अंतराष्टीय /राष्टीय स्तर पर क्रिकेट के तीन टाइप होते है।
1 टेस्ट क्रिकेट (test cricket )
2 एक दिवसीय क्रिकेट (one day cricket )
3 टी-20 क्रिकेट (T20 cricket )
इनमे कुछ नियमो का अंतर होता जो कि खास तौर पर खेले जाने वाले दिनों अथवा कितने गेंद अर्थात ओवर के बीच होता है।
1 टेस्ट क्रिकेट के नियम | Test Cricket Rules
टेस्ट क्रिकेट के कुछ महत्पूर्ण नियम
- दो टीमों के बीच में खेले जाने वाला टेस्ट क्रिकेट का मैच लगातार 5 दिनों तक खेला जाता है। और उन 5 दिनों में मैच का निर्णय आ जाता है। तो ठीक नहीं तो मैच को ड्रॉ (=) घोषित कर दिया जाता है। और कोई भी टीम जित नहीं पाएगी।
- टेस्ट क्रिकेट के मैच मे जो भी टीम खेलती है उसमे हर टीम को दो बार बल्लेबाजी और दो बार गेंदबाजी करने का मौका मिलता है। जिसमे सभी खिलाड़ियों को दो बार मौका मिलता है।
- टेस्ट क्रिकेट मैच एक दिन मे 90 ओवरो तक का खेल खेला जाता है। और इसी हिसाब से पुरे 5 दिनों मे 450 ओवरों का खेल होता है। और इसमें गेंदबाज जितने चाहे उतने ओवर इस मैच में डाल सकते है इसमें एक दिवसीय की तरह ओवर की लिमिट नहीं होती है।
- टेस्ट मैच में एक फायद है की अगर बल्लेबाज के पीछे की ओर से कोई गेंद जाती है। तो उस बॉल को वाइड बॉल करार नहीं दिया जाता हैं।
- टेस्ट मैच की एक पारी में हर टीम के पास DRS होते है और 90 ओवर समाप्त हो जाने के बाद दोनों टीम को दोबारा से दो डी.आर.एस (DRS ) और मिल जाते हैं।
- टेस्ट मैच में फील्डिंग पर कोई पावंदी नहीं हैं इसमें टीम जितने चाहे उतने खिलाडी बॉउंड्री पर और 30 गज के घेरे के अंदर अपनी मर्जी के अनुसार फील्डिंग कर सकती है।
- टेस्ट मैच में कोई भी फ्री हीट नहीं दिया जाता हैं। अगर कोई नॉ बॉल (NO BALL ) फैकता है। तो वह बॉल नॉ बॉल मानी जाएगी और अगली गेंद पर नॉ बॉल का फ्री हीट नहीं मिलेगी।