सचिन तेंदुलकर की विरासत – आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा और भारतीय क्रिकेट का गौरव

परिचय

सचिन तेंदुलकर: क्रिकेट के भगवान, जिन्होंने 24 सालों तक भारतीय क्रिकेट का नेतृत्व किया

अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत

1989 में मात्र 16 साल की उम्र में पाकिस्तान के खिलाफ डेब्यू, और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा

 सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज

सचिन के नाम सबसे ज़्यादा टेस्ट और वनडे रन का रिकॉर्ड, जो उन्हें क्रिकेट के इतिहास में सबसे अमर बनाता है

100 अंतरराष्ट्रीय शतक

दुनिया के एकलौता क्रिकेटर जिसने 100 अंतरराष्ट्रीय शतक बनाए, क्रिकेट इतिहास  में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया

200 रन की उपलब्धि*

वनडे में 200* रन बनाने वाले पहले क्रिकेटर – एक और मील का पत्थर

विश्व कप 2011 की जीत

2011 में भारत को विश्व कप जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जो उनके करियर का सबसे बड़ा सपना था

 पुरुस्कार और सम्मान

"भारत रत्न" से सम्मानित होने वाले पहले क्रिकेटर, और क्रिकेट फैन्स के दिलों में बसा उनका अनमोल स्थान

 प्रेरणादायक व्यक्तित्व

मैदान पर और मैदान के बाहर सचिन का विनम्र और प्रेरणादायक व्यक्तित्व

 क्रिकेट के प्रति उनका योगदान

क्रिकेट के विकास और युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करने में सचिन की अहम भूमिका है